Success Story : 2,000 रुपये से शुरू किया था काम, आज महीने में लाखों की कमाई, जानें सुधा के सफल बिज़नेस का सफर
तमिलनाडु के नमक्कल जिले के एक छोटे से गांव की महिला, सुधा, ने अपने दृढ़ संकल्प और मेहनत से एक प्रेरणादायक सफलता की कहानी लिखी है। बचपन में गरीबी और संघर्षों के बावजूद, उन्होंने शिक्षा प्राप्त की और अपने परिवार में पहली ग्रेजुएट बनीं। सुधा ने मात्र 2,000 रुपये से ‘इनिया ऑर्गेनिक्स’ नामक मसाला स्टार्टअप की शुरुआत की, जो आज लाखों की कमाई करता है।
बेहद गरीबी में पली-बढ़ीं सुधा
सुधा का जन्म नमक्कल जिले के एक गरीब परिवार में हुआ था। उनके परिवार के पास इतने साधन नहीं थे कि वे सुधा और उनके भाई-बहन को अच्छी शिक्षा दे सकें। हालांकि, उनके माता-पिता ने उन्हें अपने दादा-दादी के घर भेज दिया ताकि वे पढ़ाई जारी रख सकें। शिक्षा के प्रति सुधा की मां की प्रेरणा और सुधा की खुद की मेहनत ने उन्हें अपने लक्ष्य तक पहुंचाया। कई बार असफल होने के बावजूद, उन्होंने 10वीं कक्षा पास की और फिर B.Sc और M.Sc की डिग्री प्राप्त की, जिससे वह अपने परिवार की पहली ग्रेजुएट बनीं।
Success Story : 2,000 रुपये से शुरू किया था काम, आज महीने में लाखों की कमाई, जानें सुधा के सफल बिज़नेस का सफर
बेटी के लिए बनाया पौष्टिक भोजन
2011 में सुधा अपने पति कुमार के साथ कोयम्बटूर चली गईं, जहां उन्होंने एक प्ले स्कूल में पढ़ाना शुरू किया। अपनी बेटी के खाने में पौष्टिकता जोड़ने के लिए उन्होंने विभिन्न मसालों और पाउडर का प्रयोग करना शुरू किया। उन्होंने मोरिंगा और पुदीने जैसे पौष्टिक तत्वों का उपयोग कर मसाले बनाए, जो उनकी बेटी को बेहद पसंद आए। यही प्रयोग बाद में उनके बिज़नेस का आधार बना।
2,000 रुपये से शुरू किया काम
सुधा ने 2016 में अपनी सैलरी से बचाए गए 2,000 रुपये से मसाले बनाना शुरू किया। धीरे-धीरे उन्होंने ‘इनिया ऑर्गेनिक्स’ की स्थापना की, जो आज एक सफल बिज़नेस बन चुका है। उन्होंने तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय (TNAU) से मसाले बनाने, पैकेजिंग और मार्केटिंग की ट्रेनिंग ली, और अपने बिज़नेस को आगे बढ़ाया। सुधा अब 500 से अधिक परिवारों को अपने उत्पाद सप्लाई करती हैं और हर महीने 120 किलो से अधिक उत्पाद बेचती हैं, जिससे उन्हें लाखों की कमाई होती है।
सफलता की नई ऊंचाइयों पर ‘इनिया ऑर्गेनिक्स
सुधा के उत्पादों में सांबर पाउडर, रसम पाउडर, पालक पाउडर, इडली पोडी, और बिरयानी, चिकन, मटन और सूप पाउडर शामिल हैं। उनके सूप पाउडर सबसे ज्यादा बिकने वाले उत्पादों में से हैं। हाल ही में सुधा और उनके पति ने कोयम्बटूर में अपनी दुकान भी खोली है, जो उनकी सफलता की नई ऊंचाईयों को दर्शाती है।
सुधा की यह कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा है जो सीमित संसाधनों के बावजूद अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं।