शिवम दीक्षित की प्रेरणादायक कहानी: नौकरी से कारोबार तक का सफर
Success Story: MBA छोड़कर शुरू किया हींग का कारोबार, आज खुद बने मालिक, दूसरों को दे रहे रोजगार
कन्नौज के शिवम दीक्षित की कहानी उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा बन सकती है जो नौकरी छोड़कर कुछ बड़ा करने का सपना देखते हैं। शिवम ने 2014 में MBA की पढ़ाई पूरी की और नोएडा में एक प्रतिष्ठित कंपनी में ₹35,000 की सैलरी पर नौकरी शुरू की। लेकिन, पारिवारिक समस्याओं के चलते उन्हें यह नौकरी छोड़नी पड़ी और वह अपने गांव कन्नौज लौट आए। यहीं से उनके जीवन ने एक नया मोड़ लिया।
पारिवारिक परिस्थितियों ने दिखाई नई राह
शिवम का जीवन उस समय बदल गया जब उन्होंने पारिवारिक जिम्मेदारियों के कारण अपनी नौकरी छोड़ दी। उन्होंने खुद को अपने पारिवारिक हींग के छोटे से कारोबार में झोंक दिया। शुरुआती संघर्षों के बावजूद, शिवम ने हार नहीं मानी और अपने व्यवसाय को बढ़ाने की ठान ली। उन्होंने सरकार द्वारा संचालित पीएमएफएमई योजना का लाभ उठाया, जिसके तहत उन्हें 35% सब्सिडी और 5 लाख रुपये का लोन मिला। इस सहायता से शिवम ने अपनी मेहनत को दोगुना कर दिया और अपने सपनों को पंख दिए।
सिर्फ नौकरी ही नहीं, अब नौकरी देने वाले भी बने
शिवम की कड़ी मेहनत और समर्पण ने उन्हें वहां पहुंचा दिया जहां उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था। आज वह अपने हींग के कारोबार से न सिर्फ खुद की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रहे हैं, बल्कि दूसरों को भी रोजगार दे रहे हैं। चार लोगों को नौकरी देने वाले शिवम अब अपने पूरे परिवार का पालन-पोषण इसी व्यवसाय से कर रहे हैं। उनका भाई भी इस कारोबार में उनका साथ दे रहा है, जिससे पूरा परिवार मिलकर इस व्यवसाय को और भी ऊंचाईयों तक ले जा रहा है।
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उद्यमिता के माध्यम से हासिल की आर्थिक स्वतंत्रता
शिवम दीक्षित का यह सफर उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणादायक है जो नौकरी छोड़कर कुछ नया करने की सोच रहे हैं। अपने कारोबार की बदौलत शिवम ने अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारते हुए अपने परिवार के लिए एक बेहतर जीवनस्तर प्रदान किया है। आज वह न केवल अपने सपनों को साकार कर रहे हैं बल्कि दूसरों के लिए भी प्रेरणा बन चुके हैं।
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शिवम की सलाह: हिम्मत न हारें, सपनों का पीछा करें
शिवम कहते हैं कि जीवन में कठिनाइयाँ आती हैं, लेकिन अगर आप हार नहीं मानते और अपने सपनों का पीछा करते रहते हैं, तो सफलता आपके कदम चूमेगी। वह इस बात का उदाहरण हैं कि कैसे एक व्यक्ति अपने दृढ़ निश्चय और मेहनत के बल पर अपनी तकदीर बदल सकता है। आज शिवम का हींग का कारोबार उत्तर प्रदेश के कई जिलों में फैल चुका है, और यह सब उनके समर्पण और मेहनत का नतीजा है।
निष्कर्ष:
शिवम दीक्षित की कहानी यह साबित करती है कि कोई भी व्यक्ति अगर ठान ले तो वह अपने जीवन में कुछ भी हासिल कर सकता है। पारिवारिक परिस्थितियों से प्रेरित होकर उन्होंने अपने व्यवसाय को जिस तरह से खड़ा किया और दूसरों को रोजगार देने में सक्षम हुए, वह वाकई काबिले तारीफ है।
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