उत्तर प्रदेश की 10 बड़ी सड़कों को जल्द मिलेगा राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा: प्रक्रिया प्रारंभ
सारांश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की 10 प्रमुख सड़कों को राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा देने की मांग केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से की थी। एनएचएआई के सूत्रों के अनुसार, इन सड़कों को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
विस्तार
उत्तर प्रदेश की 10 महत्वपूर्ण सड़कों को राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) का दर्जा मिलने वाला है। इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय से अनुरोध किया था। हाल ही में, मुख्यमंत्री योगी नई दिल्ली में भारत मंडप में आयोजित राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की समीक्षा बैठक में शामिल हुए थे।
मुख्य बिंदु:
सीएम योगी की सिफारिशें: मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से यूपी की 10 नई सड़कों को राष्ट्रीय राजमार्ग (कॉरिडोर) के रूप में घोषित करने का अनुरोध किया
प्रस्तावित सड़कों की सूची:
- कोटद्वार-इटावा-सागर (640 किमी)
- काशीपुर-मुरादाबाद-अलीगढ़-मथुरा-भरतपुर (268 किमी)
- पिथौरागढ़-पीलीभीत-शाहजहांपुर-कानपुर-छतरपुर (मध्य प्रदेश) (469 किमी)
- गौरीफंटा (नेपाल)-लखीमपुर-सीतापुर-लखनऊ-चित्रकूट-सतना (मध्य प्रदेश) (350 किमी)
- भोगनीपुर-हरदोई-सीतापुर-लखीमपुर-गौरीफंटा (नेपाल सीमा) (349 किमी)
- बगहा (नेपाल)-पडरौना-देवरिया-गाजीपुर-मेदिनीपुर (झारखंड) (401 किमी)
- टूंडला-एटा-कासगंज (120 किमी)
- मुरादाबाद-बदायूं-फर्रूखाबाद-सौरिख (270 किमी)
- गोसाईगंज-मोहनलालगंज-बनी-मोहान मार्ग (62 किमी)
- ककरहवा (नेपाल सीमा)-बस्ती-जौनपुर-मिर्जापुर-सिंगरौली (मध्य प्रदेश) (415 किमी)
- अन्य सुझाव और प्रस्ताव:
- वाराणसी रिंग रोड के बचे हुए काम (गंगा ब्रिज) को पूरा करने के बाद इसे शीघ्र ही ट्रैफिक के लिए खोले जाने की बात की गई।
- ब्रज चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का प्रस्ताव।
- अयोध्या बाईपास को बेहतर किए जाने की मांग।
- प्रदेश के पांच मंडलों (अलीगढ़, देवीपाटन, झांसी, मिर्जापुर, सहारनपुर) में रिंग रोड निर्माण का प्रस्ताव।
अंत में
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इन प्रस्तावों को लेकर केंद्रीय मंत्रालय ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे प्रदेश की सड़कों का विकास और कनेक्टिविटी बेहतर होगी, जो कि आर्थिक और यातायात की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। इन सड़कों के राष्ट्रीय राजमार्ग के रूप में घोषित होने से उत्तर प्रदेश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को बेहतर संपर्क मिलेगा।